LHC0088 • 2025-10-21 22:01:57 • views 1262
Google आंध्र प्रदेश में करेगा बड़ा निवेश (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गूगल द्वारा 15 अरब डॉलर का निवेश आंध्र प्रदेश में करने के फैसले पर तमिलनाडु और आंध्रप्रदेश के बीच सियासी खींचतान बढ़ गई है। मुद्दा यह है कि गूगल के CEO सुंदर पिचाई तमिलनाडु के रहने वाले हैं, लेकिन कंपन ने अपना डेटा AI हब आंध्र प्रदेश में लगाने का फैसला किया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इसी पर तमिलनाडु की सत्ताधारी DMK और विपक्षी AIADMK आमने-सामने हैं। AIADMK प्रमुख एडप्पाडी पलानीस्वामी ने कहा कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की सरकार तमिलनाडु में बड़ा निवेश नहीं ला पई, जबकि सुंदर पिचाई का राज्य से गहरा जुड़ाव था।
AIADMK का DMK पर आरोप
AIADMK के वरिष्ठ नेता आरबी उदयकुमार ने कहा कि यह एतिहासिक मौका था, लेकिन DMK की सरकार की निष्क्रियता और दूरदृष्टि की कमी के कारण यह प्रजेक्ट आंध्र प्रदेश चला गया। उन्होंने आरोप लगाया कि जब सुंदर पिचाई तमिल हैं, तब भी सरकार उन्हें आमंत्रित करने में नाकाम रही।
इस पर तमिलनाडु के उद्योग मंत्री टीआरबी राजा ने जवाब देते हुए कहा कि राज्य को पहले ही Foxconn की 15 हजार करोड़ की परियोजना मिल चुकी है, जो आईफोन जैसी डिवाइसें बनाती है। उधर, आंध्र प्रदेश के मंत्री नारा लोकेश ने इस मुद्दे पर सोशल मीडिया पर एक खबर का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए सिर्फ तीन शब्द लिखे, \“He Chose Bharat\“, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
लोकेश का कर्नाटक पर तंज
यह पहला मौका नहीं है जब लोकेश ने ऐसा तंज कसा हो। पिछले हफ्ते भी गूगल की घोषणा के बाद लोकेश ने एक्स पर लिखा था, \“Karnataka is Feeling the burn\“। यह बयान तब आया जब कर्नाटक के आईटी मंत्री प्रियंक खड़गे ने लोकेश पर कंपनियों को लुभाने का आरोप लगाया था।
दरअसल, एक बेंगलुरु के बिजनेस मालिक राजेश याबाजी ने खराब सड़कों और ट्रैफिक से परेशान होकर ऑफिस शिफ्ट करने की बात कही थी, जिस पर लोकेश ने विजाग को बेहतर विकल्प बताया था। बस वहीं से यह जुबानी जंग शुरू हुई थी।
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