नई दिल्ली। भारत के समुद्री खाद्य क्षेत्र (Seafood Sector) के लिए एक बड़ी राहत की खबर आई है। ऑस्ट्रेलिया ने बिना छिलके वाले भारतीय झींगों के लिए पहली बार आयात की (Prawn ban Lifts in Australia) मंजूरी दे दी है। इस पर बीमारी से जुड़ी रोकथाम को लेकर सालों से प्रतिबंध लगा था जो अब समाप्त हो रहा है।
यह घोषणा राज्य के उद्योग मंत्री नारा लोकेश की ऑस्ट्रेलिया यात्रा के समय की गई है, जहां वे सरकारी अधिकारियों, निवेशकों और समुद्री खाद्य व्यापार प्रतिनिधियों से मिल रहे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
लंबे समय से चला आ रहा प्रतिबंध हटा
ऑस्ट्रेलिया ने पिछले खेपों में सफेद दाग वाले वायरस का पता चलने के बाद भारत से बिना छिलके वाले झींगों के आयात पर लंबे समय से प्रतिबंध लगा रखा था। इस प्रतिबंध ने भारतीय निर्यातकों खासकर उत्तरी आंध्र प्रदेश के झींगा किसानों और व्यापारियों के लिए एक चुनौती पेश की थी, जो हाल ही में अमेरिकी टैरिफ के कारण व्यापार में आई रुकावट के बाद ऑस्ट्रेलियाई बाजार में फिर से पहुंच बनाने के लिए उत्सुक रहे।
#Australia #InvestInAP
A long-standing hurdle for Indian seafood exporters has been Australia’s restrictions on unpeeled prawns due to white spot virus detection.
Today, the first import approval for Indian prawns has been granted. Our deepest gratitude to the extensive work… pic.twitter.com/jH5wtCWf06 — Lokesh Nara (@naralokesh) October 21, 2025
अपने ऑस्ट्रेलियाई दौरे के तीसरे दिन, लोकेश ने पुष्टि की कि यह बाधा हटा ली गई है। उन्होंने कहा कि इस मंजूरी से भारत के जलीय कृषि निर्यातकों को काफी बढ़ावा मिलेगा और किसी एक निर्यात गंतव्य पर निर्भरता कम करने में मदद मिलेगी।
लोकेश ने सोशल मीडिया पर इस निर्णय को इस क्षेत्र के लिए एक बड़ा कदम बताते हुए कहा कि, “भारतीय समुद्री खाद्य निर्यातकों के लिए एक लंबे समय से चली आ रही बाधा ऑस्ट्रेलिया द्वारा बिना छिलके वाले झींगों पर सफेद धब्बे वाले वायरस के कारण लगाए गए प्रतिबंध रहे हैं। आज, भारतीय झींगों के लिए पहली आयात स्वीकृति प्रदान की गई है।“
भारतीय निर्यातकों और तटीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा
इस कदम से भारतीय समुद्री खाद्य निर्यातकों के लिए एक प्रमुख बाजार पुनः खुलने तथा विशेष रूप से आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों में जलीय कृषि क्षेत्र को नई गति मिलने की उम्मीद है।
उद्योग के जुड़े लोगों के मुताबिक इस मंजूरी से भारत के झींगा और झींगा किसानों के लिए नए अवसर पैदा हो सकते हैं, जो कमजोर वैश्विक मांग और अन्य प्रमुख बाजारों में उच्च टैरिफ से जूझ रहे हैं।
लोकेश ने इस मुद्दे को सुलझाने और नए सिरे से व्यापार को सुविधाजनक बनाने के लिए भारत और आस्ट्रेलिया दोनों सरकारों के प्रति आभार व्यक्त किया।
लोकेश ने कहा, “यह भारत के समुद्री खाद्य निर्यातकों और आंध्र प्रदेश के किसानों के लिए जीत है, जो इस अवसर का इंतजार कर रहे थे।“
भारत के समुद्री खाद्य निर्यात पर व्यापक प्रभाव
ऑस्ट्रेलिया को निर्यात पुनः शुरू होना भारत के समुद्री खाद्य व्यापार के लिए एक विविधीकरण मील का पत्थर है, जो संयुक्त राज्य अमेरिका पर काफी हद तक निर्भर रहा है।
उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटनाक्रम से वैश्विक समुद्री खाद्य बाजारों में भारत की स्थिति मजबूत हो सकती है, तथा ऑस्ट्रेलिया का यह निर्णय अन्य देशों के लिए प्रतिबंधों में ढील देने के लिए एक सकारात्मक मिसाल बनेगा। |