जागरण संवाददाता, हरदोई। बिहार के बाद अब जिले में भी विशेष सघन पुनरीक्षण (एसआइआर) को लेकर सियासी पारा चढ़ा है। जिस तरह से एसआइआर को लेकर कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दलों की तरफ से आरोप प्रत्यारोप की राजनीति हो रही है, उसको देखते हुए चुनाव आयोग ने भी निर्वाचन अफसरों को कमर कसने के लिए कहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
कांग्रेस की तरह ही समाजवादी पार्टी भी एसआइआर को लेकर मुखर है।एसआइआर के दौरान मतदाता सूची में किसी भी तरह की गड़बड़ी रोकने के लिए विपक्षी दल प्रत्येक बीएलओ के साथ अपने एजेंट तैनात करेंगे। निगरानी के लिए विधानसभावार कमेटियां गठित की जा रही हैं। विपक्षी दलों का कहना है कि सरकारी की साजिश असफल करने के लिए एक-एक वोट की निगरानी करेंगे और सूची में गड़बड़ी नहीं होने देंगे।
पिछली बार वर्ष 2003 में मतदाता सूची का विशेष सघन पुनरीक्षण (एसआइआर) हुआ था। जिस तरह से एसआइआर को लेकर देशभर में घमासान मचा है, उसका असर अब जिले में भी नजर आ रहा है। जिले की आठों विधानसभा सीटें सत्ताधारी दल के पास हैं, इसलिए 2027 के चुनाव को देखते हुए इस बार एसआइआर काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। विपक्ष पहले से ही लखनऊ में मतदाता सूची में गड़बड़ियों की शिकायतें करता रहा है।
क्या है विशेष सघन पुनरीक्षण
विशेष सघन पुनरीक्षण यानी एसआइआर वर्ष भर चलने वाले मतदाता सूची के संक्षिप्त पुनरीक्षण से आगे की प्रक्रिया है। इसके तहत बीएलओ घर-घर जाकर मतदाताओं के बारे में जानकारी करेंगे और गणना फार्म भरेंगे। खास बात है कि एसआइआर में हर मतदाता से तीन बार संपर्क किया जाएगा। यदि कोई मतदाता अस्थायी रूप से बाहर है या फिर आफिस समय में उपलब्ध नहीं है तो वह आनलाइन माध्यम से स्वयं विवरण अपडेट कर सकता है।
निर्वाचन अधिकारी और सहायक निर्वाचन अधिकारी 27 अक्टूबर 2025 की मतदाता सूची के अनुसार प्रत्येक मतदाता के लिए यूनिक एन्यूमरेशन फार्म तैयार करेंगे। इसमें मतदाता के बारे में सभी जरूरी जानकारियां होंगी। बीएलओ इन फार्मों को प्रत्येक मतदाता तक पहुंचाएंगे और उन्हें 2002 से 2004 के बीच हुए पिछली एसआइआर के रिकार्ड से नाम या रिश्तेदारों के नाम से मिलान करने में मदद करेंगे।
आधार कार्ड लगेगा
इस बार पुनरीक्षण में आधार कार्ड भी लगेगा। अभी तक एक व्यक्ति का दो बार नाम होने से गड़बड़ी की आशंका बनी रहती थी। आधार कार्ड लगने के बाद डुप्लीकेट मतदाता, सूची से बाहर होंगे। शिकायतों का दौर भी खत्म होगा।
क्या बोले पार्टी जिलाध्यक्ष
बनेगी शुद्ध मतदाता सूची, नहीं हो सकती कोई गड़बड़ी
विशेष सघन पुनरीक्षण से मतदाता सूची में सुधार होगा। शुद्ध मतदाता सूची बनेगी। इससे दो बार शामिल नाम हट जाएंगे। क्योंंकि इसमें आधार कार्ड भी लगेगा, जिससे किसी भी तरह की गड़बड़ी की आशंका नहीं रहेगी। भाजपा इसका समर्थन करती है और बहुत ही जल्द बैठक भी की जाएगी।--अजीत सिंह बब्बन, जिलाध्यक्ष भाजपा
मतदाताओं तक पहुंचे हिंदी में प्रारूप
सरकार के दबाव में पहले भी मतदाता सूची में गड़बड़ी होती रही है। इस बार इसे रोकने के लिए पार्टी तैयार है। प्रत्येक बूथ पर पार्टी के एजेंट होंगे, जो बीएलओ के साथ घर-घर जाएंगे, लेकिन आयोग की ओर से जो प्रारूप जारी किया गया है वह अंग्रेजी में है, जिसे मतदाता सहजता से नहीं समझ सकेगा। इसे हिंदी में उपलब्ध कराया जाए--विक्रम पांडेय, जिलाध्यक्ष कांग्रेस
बीएलओ के साथ लगाएंगे बीएलए
शीर्ष नेतृत्व के निर्देश के आधार पर बूथ लेवल एजेंट और पोलिंग प्रभारियों की तैनाती की जा रही है, जो सूची का सत्यापन करेंगे। एसआइआर में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं होने देंगे। एसआइआर के लिए जो भी पार्टी स्तर से निर्देश प्राप्त होंगे उसके आधार पर रणनीति में बदलाव करेंगे।---शराफत अली, जिलाध्यक्ष सपा
बहुत ही अच्छा अभियान है। पार्टी इसका समर्थन करती है। इससे जो वोट कटे हैं या छूट गए हैं। वह फिर से बन सकेंगे। सबसे अच्छी बात तो यह कि इसके लिए पर्याप्त समय मिल गया है। बसपा अपनी मजबूत तैयारियों के साथ अभियान में वोट बनवाएगी। ताकि पार्टी का एक एक मतदाता सूची में शामिल हो।---सुरेश चौधरी, जिलाध्यक्ष बसपा
जिले के मतदाताओं पर एक नजर
विधानसभा क्षेत्र मतदाता अनुमानित जनसंख्या
सवाजयपुर
417289
713411
शाहाबाद
368181
610822
हरदोई
424204
712013
गोपामऊ
355010
617365
सांडी
342928
556788
बिलग्राम-मल्लावां
396009
666181
बालामऊ
358808
565949
संडीला
352994
659597
वेबसाइट पर खोज सकते हैं नाम
मतदाता भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट https://voters.eci.gov.in पर जाकर आनलाइन अपना नाम खोज सकते हैं। विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम की तिथियां घोषित हो चुकी हैं। निर्वाचन विभाग द्वारा निर्वाचक नामावलियों के विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण की विस्तृत कार्ययोजना जारी कर दी गई है।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत तैयारी, प्रशिक्षण एवं प्रिंटिंग का कार्य 28 अक्टूबर से शुरू है, जो 3 नवंबर तक किया जाएगा। इसके बाद चार नवंबर से 4 दिसंबर तक घर-घर जाकर गणना प्रपत्र (एन्यूमरेशन फार्म) वितरण का कार्य होगा। मतदान केंद्रों का संभाजन 4 दिसंबर तक पूर्ण किया जाएगा। प्रारूप निर्वाचक नामावली की तैयारी का कार्य 5 से 8 दिसंबर 2025 के मध्य किया जाएगा। प्रारूप निर्वाचक नामावली का आलेख्य प्रकाशन 9 दिसंबर को किया जाएगा। |