बीडीओ पर बेअसर डीएम के आदेश, सड़कों पर घूम रहे पशुओं का झुंड।
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर। बेसहारा पशुओं को पकड़ने के लिए डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने जो आदेश बीडीओ को दिया था वह उनके लिए कोई मायने नहीं रखता है। एक अक्टूबर से सड़कों पर पशु दिखने पर संबंधित बीडीओ के विरुद्ध कार्रवाई करने की जो चेतावनी दी थी वह भी हवा-हवाई साबित हुई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बुधवार को जब पड़ताल की गई तो लखनऊ-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग से लेकर मिर्जापुर, कटरा आदि क्षेत्रों में झुंड बनाकर पशु घूमते दिखे। जबकि पशुओं को पकड़वाने की जिन पर जिम्मेदारी है वह कहीं नजर नहीं आए।
15 सितंबर को सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में सभी बीडीओ को दिया था आदेश
15 सितंबर को जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में हुई थी। जिसमें हादसों पर अंकुश लगाने पर चर्चा हुई थी। बेसहारा पशु हादसों का सबसे बड़ा कारण बन रहे हैं। एक माह में ही 15 से अधिक लोगों की जान बेसहारा पशुओं की वजह से जा चुकी है। 30 से अधिक बेसहारा पशुओं की भी किसी न किसी वाहन से हो चुकी है। कई बार हंगामा भी इसको लेकर हो चुका हैं।bhojpur-crime,ara ,Ara shooting,Durga Puja pandal,youth shot,Nawada police station,crime investigation,Ranjan Kumar shooting,arms act,police investigation,shooting case,Arra crime,Bihar news
जिले में एक माह में 15 से अधिक लोगों की बेसहारा पशु ले चुके जान, फिर भी लापरवाही
बैठक में डीएम ने सभी बीडीओ को सख्त आदेश दिए थे कि यदि एक अक्टूबर से कहीं सड़कों पर पशु दिखाई दिए तो संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी लेकिन डीएम का यह आदेश हवा-हवाई साबित हुआ। बुधवार को मिर्जापुर में बीच सड़क पर 20 से 25 पशुओं का झुंड घूम रहा था। कटरा-जलालाबाद मार्ग स्थित इंटर कॉलेज के आस-पास भी कई जगह पशुओं के झुंड बीच सड़क पर खड़े थे। कांट, पुवायां, खुटार आदि क्षेत्रों में भी इसी तरह की स्थिति देखने को मिली।
बेसहारा पशुओं को पकड़ने के लिए अभियान चल रहा है। विकासखंड स्तर से टीमें लगाई गई हैं। 10 वृहद गोशाला व मनरेगा से हर ब्लॉक में पांच-पांच गोशालाएं बननी हैं। जिससे इस समस्या का समाधान हो जाएगा। राजेंद्र प्रसाद, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी
 |