भारत के लिए चिंता का सबब बन सकता है चीन का नया आर्टिफीशियल आईलैंड, क्यों हो रही इसकी चर्चा?

LHC0088 2025-11-23 18:37:45 views 666
  

चीन का पहला आर्टिफीशियल द्वीप। फोटो- X



डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। समुद्र में अपनी रणनीतिक क्षमताओं को बढ़ाने के प्रयासों के तहत चीन एक विशाल तैरता कृत्रिम द्वीप (China\“s First Artificial Island) बना रहा है। यह द्वीप परमाणु हमले को भी झेल सकता है। इस परियोजना को समुद्री शक्ति की वैश्विक दौड़ में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है। इससे समुद्र में चीन की शक्ति काफी अधिक बढ़ सकती है। चीनी सरकार से जुड़े शोधकर्ताओं के अनुसार, यह संरचना एक नया विशाल वैज्ञानिक बुनियादी ढांचा है। इसका वजन 78,000 टन है और इसे दुनिया का पहला तैरता हुआ कृत्रिम द्वीप कहा जा रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
परमाणु विस्फोट प्रतिरोधक डिजाइन

शोधकर्ताओं का कहना है कि इस द्वीप में भविष्य के \“मेटामटेरियल\“ सैंडविच पैनल का इस्तेमाल किया गया है जो परमाणु शाकवेव के प्रचंड बल को एक झटके में बदलने में सक्षम हैं। यह संरचना, जो धातु की नलियों की एक जाली है, एक अति-मजबूत स्पंज की तरह व्यवहार करती है। कुचलने पर, यह फटने के बजाय और भी सख्त हो जाती है। विस्फोट में, एक ही विनाशकारी प्रहार से चकनाचूर होने के बजाय, पैनल बल को धीरे-धीरे अवशोषित करता है, उसे फैलाता है और क्षति को कम करता है।
दक्षिण चीन सागर में होगी तैनाती

इस द्वीप की संभावित तैनाती दक्षिण चीन सागर जैसे रणनीतिक स्थानों में की जा सकती है, जो पहले से ही क्षेत्रीय संघर्षों का सामना कर रहा है। चीन ने इसे एक नागरिक पहल बताया गया है, लेकिन इसमें जीजेबी 1060.1-1991 का उल्लेख किया गया है, जो परमाणु विस्फोट से सुरक्षा के लिए एक चीनी सैन्य मानक है। यह चीन के दोहरे उपयोग के इरादे का स्पष्ट संकेत है।

  

फोटो - X
भारत के लिए चिंता

भारत के लिए यह परियोजना चिंता का विषय बन सकती है। सैन्य पर्यवेक्षकों का मानना है कि यह गतिशील द्वीप विवादित जलक्षेत्र में चुपचाप स्थापित हो सकता है और फिर तेजी से गायब भी हो सकता है। यह एक संचार केंद्र, रसद अड्डा या निगरानी केंद्र के रूप में कार्य कर सकता है। इसकी क्षमता बिना आपूर्ति के 120 दिन तक कार्य करने की है, जो
द्वीप की खासियत

यह एक गतिशील, अर्ध-जलमग्न, दो पतवार वाला प्लेटफार्म है। इसका आकार चीन के फुजियान विमानवाहक पोत के बराबर है। 2028 में इसे लांच करने की योजना है। द्वीप की लंबाई 138 मीटर और चौड़ाई 85 मीटर होगी, जबकि इसका मुख्य डेक जलरेखा से 45 मीटर ऊपर स्थित होगा। यह प्लेटफार्म 6-9 मीटर ऊंची लहरों और श्रेणी 17 के सबसे शक्तिशाली उष्णकटिबंधीय चक्रवातों का सामना करने में सक्षम है।

यह बिना किसी आपूर्ति के चार महीने तक 238 कर्मियों को समायोजित कर सकता है। इसकी अधिरचना में महत्वपूर्ण कंपार्टमेंट हैं, जो आपातकालीन बिजली, संचार और नेविगेशन नियंत्रण सुनिश्चित करते हैं। स्थिर स्टेशनों या जहाजों की तुलना में, यह प्लेटफार्म 15 समुद्री मील की गति से यात्रा कर सकता है और 100 से अधिक शोधकर्ताओं को गहरे समुद्र के अवलोकन, उपकरण परीक्षण और समुद्र तल संसाधन अध्ययन में सहायता कर सकता है।

कुछ परमाणु ऊर्जा चालित वाहकों से भी अधिक है। इससे चीन को सुदूर महासागरों तक असाधारण पहुंच प्राप्त होती है। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह प्लेटफार्म अपतटीय ऊर्जा से लेकर गहरे समुद्र के खनिजों तक \“नीली अर्थव्यवस्था\“ पर हावी होने के चीन के दृढ़ संकल्प का संकेत है। 2028 में परिचालन में आने पर, यह विवादित जलक्षेत्रों में लंबी अवधि तक पहुंच प्रदान करेगा।

यह भी पढ़ें- समुद्र किनारे गुम हुआ कुत्ता 1500 KM दूर कैसे पहुंचा? 3 महीने से था लापता
like (0)
LHC0088Forum Veteran

Post a reply

loginto write comments
LHC0088

He hasn't introduced himself yet.

410K

Threads

0

Posts

1310K

Credits

Forum Veteran

Credits
134249

Get jili slot free 100 online Gambling and more profitable chanced casino at www.deltin51.com, Of particular note is that we've prepared 100 free Lucky Slots games for new users, giving you the opportunity to experience the thrill of the slot machine world and feel a certain level of risk. Click on the content at the top of the forum to play these free slot games; they're simple and easy to learn, ensuring you can quickly get started and fully enjoy the fun. We also have a free roulette wheel with a value of 200 for inviting friends.