कसौली में तैयार होंगी जीवनरक्षक सीरम, सर्पदंश और रैबीज से बचाव में होंगी कारगर; GMP स्टैंडर्ड लैब को मिली मंजूरी_deltin51

deltin33 2025-10-2 20:36:52 views 1226
  सीआरआई कसौली में एंटी सीरम का बड़े पैमाने पर उत्पादन होगा। जागरण आर्काइव





मनमोहन वशिष्ठ, सोलन। केंद्रीय अनुसंधान संस्थान (सीआरआई) कसौली में अब महत्वपूर्ण जीवनरक्षक एंटी सीरम का उत्पादन पुरानी प्रयोगशालाओं की जगह जीएमपी मानकों के अंतर्गत नई प्रयोगशालाओं में होगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसके 283 करोड़ के प्रोजेक्ट को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। सर्पदंश और रैबीज के लिए बड़े पैमाने पर सीरम का उत्पादन होगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

सर्पदंश व कुतों के काटे जाने के इलाज के लिए एंटी स्नेक वेनम सीरम व एंटी रेबीज सीरम काम करता है। इसका अब बड़े पैमाने पर उत्पादन होगा। इस कारण देशभर में इसकी भरपूर सप्लाई संभव हो पाएगी।



गौरतलब है कि संस्थान के रिसर्च एंड ट्रेनिंग विंग (आरएंडटीविंग) में स्थित एंटी सीरा सेक्शन में अभी तक पुराने इंफ्रास्ट्रक्चर में एंटी सीरम का निर्माण किया जा रहा है। पिछले कई सालों से सीरम का उत्पादन जीएमपी मानकों के अनुरूप करने के लिए कवायद चली हुई है।  

  

सीआरआई ने एंटी सीरा प्रयोगशाला व एलाइड फेसिलिटी को जीएमपी के मानकों के अनुरूप तैयार करने के लिए प्रोजेक्ट बनाकर स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजा था। जिसको अब मंजूरी मिलते ही जीएमपी मानकों के तहत प्रयोगशाला का निर्माण होगा।


283 करोड़ के प्रोजेक्ट को मिली मंजूरी

सीआरआई में डीपीटी ग्रुप ऑफ वैक्सीन का उत्पादन जीएमपी (गुड मेन्यूफेक्चरिंग प्रेक्टिस) के मानकों के अनुसार होने के बाद अब जल्द ही एंटी सीरा का उत्पादन भी जीएमपी मानकों के तहत शुरू करने के लिए कवायद शुरू हो गई है। संस्थान के आरएंडटी विंग में स्थित एंटी सीरा प्रयोगशाला को भी जीएमपी मानकों के अनुरूप लाने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा गया था। 283 करोड़ के इस प्रोजेक्ट को सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है। वर्तमान में संस्थान की एंटी सीरा प्रयोगशाला सीजीएमपी के मानकों के अनुरूप नहीं है जो अब पूरी तरह सीजीएमपी के तहत बन जाएगी।jammu-general,Sonam Wangchuk,Ladakh police,police brutality,Gitanjali J Angmo,Ladakh violence,Article 6,Indian Home Ministry,Leh curfew,Himalayan Institute of Alternatives,Ladakh current situation,Jammu and Kashmir news   


संस्थान में इन सीरम का होता है उत्पादन

संस्थान की एंटी सीरा लैब में एंटी स्नेक वेनम सीरम, एंटी रेबीज सीरम, एंटी डीप्थिरिया टॉक्सिन सीरम व नॉर्मल हॉर्स सीरम का निर्माण पुराने इंफ्रास्ट्रक्चर में ही हो रहा है। एंटी सीरम विष प्रतिरोधक व बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ाने के लिए प्रयोग किया जाता है। सीरम में रोगाणु के खिलाफ रेडीमेड एंटी बॉडी होते हैं, जो रोगियों को देते ही काम करना शुरू कर देते हैं। संस्थान में 1905 से ही सीरम का निर्माण किया जा रहा है।



केंद्रीय अनुसंधान संस्थान कसौली के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से 283 करोड़ के एंटी सीरा प्रोजेक्ट को सीजीएमपी के तहत सैंद्धांतिक मंजूरी मिल गई है। अभी तक पुरानी प्रयोगशालाओं में ही कई तरह के महत्वपूर्ण एंटी सीरमों का उत्पादन हो रहा है। पिछले कुछ समयसे इस प्रोजेक्ट को लेकर संस्थान व स्वास्थ्य मंत्रालय के बीच प्रक्रिया चली हुई थी।

-डॉ. यशवंत कुमार, सहायक निदेशक व पीआरओ सीआरआई कसौली।



यह भी पढ़ें- Himachal News: दुष्कर्म आरोपित एसडीएम ऊना बार-बार बदल रहा ठिकाने, SIT ने चंडीगढ़ में दी दबिश; अगला टारगेट भी किया तय

यह भी पढ़ें- हिमाचल प्रदेश में रोगी मित्र भर्ती करेगी अब सरकार, मुख्यमंत्री ने शिमला में दिए योजना लाने के संकेत

like (0)
deltin33administrator

Post a reply

loginto write comments
deltin33

He hasn't introduced himself yet.

1010K

Threads

0

Posts

3210K

Credits

administrator

Credits
324368

Get jili slot free 100 online Gambling and more profitable chanced casino at www.deltin51.com, Of particular note is that we've prepared 100 free Lucky Slots games for new users, giving you the opportunity to experience the thrill of the slot machine world and feel a certain level of risk. Click on the content at the top of the forum to play these free slot games; they're simple and easy to learn, ensuring you can quickly get started and fully enjoy the fun. We also have a free roulette wheel with a value of 200 for inviting friends.