जागरण संवाददाता, हरदोई। बीस हजार राशन कार्ड विभाग की रडार पर आ गए है। भारत सरकार की जांच में निर्धारित वार्षिक आय से अधिक आय होने पर इनकी जांच कर सूची के बाहर करने के निर्देश दिए गए हैं। विभागीय जांच में अधिकांश अपात्र मिल रहे हैं, जो पात्रता सूची से बाहर किया जा सकता है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
राशन कार्ड धारकों के मानक निर्धारित हैं। इनमें एक परिवार की वार्षिक आय दाे से तीन लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए। ग्रामीण क्षेत्र में दो लाख और शहरी क्षेत्र में तीन लाख के अंदर वार्षिक आय होनी चाहिए, तभी परिवार राशन कार्ड के लिए पात्र हैं।
भारत सरकार की ओर से पोर्टल पर दर्ज विवरण के आधार पर समीक्षा की गई, जिसमें पाया गया कि जनपद के 78,155 राशन कार्ड धारकों को चिह्नित किया गया था, जो राशन कार्ड के मानकों को पूरा नहीं करते हैं। इनमें 7274 राशन कार्ड शहरी क्षेत्र के हैं, जिनके परिवार की वार्षिक आय तीन लाख से अधिक पाई गई है।
इसके अलावा 12,376 ऐसे राशन कार्ड धारक हैं, जो ग्रामीण क्षेत्र के हैं, जिनकी वार्षिक आय दो लाख से अधिक है। विभाग की ओर से इन राशनकार्डों का पूर्ति निरीक्षक की ओर से जांच कराई जा रही है। विभागीय सूत्रों के अनुसार वार्षिक आय वाले अधिकांश राशन कार्ड धारक पात्रता की श्रेणी में नहीं आ रहे हैं। ऐसे अपात्र राशनकार्ड धारकों के डिलीट करने की कवायद शुरू की जा रही है।
इससे यह राशनकार्ड धारक निश्शुल्क राशन वितरण की सूची से बाहर हो सकते हैं। जिला पूर्ति अधिकारी दिलीप कुमार ने बताया कि अभी सत्यापन कार्य पूर्ण नहीं हो सका है। सत्यापन का कार्य आनलाइन किया जा रहा है। इसके उपरांत भारत सरकार की ओर से आगे की कार्रवाई की जाएगी। |