जागरण संवाददाता, जींद। साल के अंत में रोडवेज कर्मचारी अब अपने ईएल व सीएल अवकाश ले रहे हैं। इस कारण बसों के चक्कर मिस हो रहे हैं। जींद से वाया सोनीपत होकर दिल्ली जाने वाली बस का भी संचालन बंद हो गया है। इसके अलावा अन्य रूट पर भी बस बंद पड़ी हैं। इस कारण यात्री परेशान हैं। इस समय जहां एक दिन में 40 से 50 कर्मचारी छुट्टी पर रहते हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इसके चलते भिवानी व रोहतक जैसे लोकल रूट के अलावा अलेवा, खरैंटी व धनाना जैसी लोकल रूट पर बसों का संचालन बाधित हो रहा है। साल के अंतिम दो महीने रहने के कारण रोडवेज चालक व परिचालक अपने ओवरटाइम रेस्ट, सीएल व ईएल ले रहे हैं। वहीं वाया सोनीपत होकर दिल्ली जाने वाली बस को अब सोनीपत तक ही भेजा रहा है।
रोहतक रूट पर दिन के समय में तो बसों का संचालन सुचारू रूप से चलता रहता है, लेकिन दोपहर बाद बसों के चक्कर कम हो जाते हैं। पहले 20 से 25 कर्मचारी ही कर्मचारी रेस्ट पर रहते थे। जींद डिपो में इस समय लगभग 170 बस हैं, जिसमें किलोमीटर स्कीम की 37 बस शामिल हैं। डिपो में चालक व परिचालाकों की संख्या 200 से ज्यादा है।
हर रोज डिपो की बसों में लगभग 15 हजार यात्री सफर करते हैं, जिससे डिपो को हर रोज लगभग दस लाख रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त होता है। अल सुबह जींद से दिल्ली, गुरुग्राम, पांवटा साहिब, यमुनानगर व हरिद्वार जैसे लंबे रूट पर बस चलती हैं। सुबह सात बजे के बाद रोहतक, कैथल, भिवानी जैसे रूट पर बस शुरू हो जाती हैं। नरवाना, गोहाना, पानीपत व असंध जैसे रूट पर प्राइवेट बसों की संख्या ज्यादा है।
ज्यादा कर्मचारी चल रहे रेस्ट पर बस स्टैंड जींद के डीआइ सुनील पूनिया ने बताया कि साल के अंतिम दो महीने में ज्यादा कर्मचारी रेस्ट पर चल रहे हैं। पहले की अपेक्षा दो गुना कर्मचारी रेस्ट पर रहते हैं। इससे कुछ रूट पर बसों का संचालन बाधित हो रहा है। महाप्रबंधक से विचार विमर्श कर योजना बनाई जाएगी ताकि बसों का संचालन सुचारू रूप से जारी रहे और यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो |