मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाराबंकी के ग्राम दौलतपुर से अभियान शुरू किया
राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ: प्रदेश में किसानों तक नई तकनीक और सरकारी योजनाओं की जानकारी सीधे गांवों तक पहुंचाने के लिए किसान पाठशाला कार्यक्रम को प्रभावी बनाने की तैयारी तेज कर दी गई है।
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 12 दिसंबर को बाराबंकी के ग्राम दौलतपुर से शुरू किया गया यह अभियान अब पूरे प्रदेश में गुणवत्ता के साथ लागू होना चाहिए, केवल औपचारिकता नहीं होनी चाहिए। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
कृषि भवन में हुई समीक्षा बैठक में मंत्री ने बताया कि इस वर्ष प्रदेश की 21,000 ग्राम पंचायतों में किसान पाठशाला, ग्राम पंचायत स्तरीय गोष्ठी आयोजित करने का लक्ष्य तय किया गया है। इसके लिए सभी जिला और मंडलीय अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
कार्यक्रम पैक्स सोसायटी, किसान कल्याण केंद्र, कृषि विज्ञान केंद्र, ग्राम पंचायत सचिवालय, प्राथमिक विद्यालयों के साथ-साथ प्रगतिशील और पुरस्कृत किसानों के खेतों पर भी किया जाएगा। जिन ग्राम पंचायतों में पाठशाला होनी है, वहां के ग्राम प्रधानों को पहले से सूचना दी जाएगी।
कार्यक्रम में आइसीएआर संस्थानों, कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिक और कृषि महाविद्यालयों के प्रोफेसरों की भागीदारी अनिवार्य होगी, ताकि किसानों को नई शोध तकनीकों और नवाचारों की जानकारी मिल सके। गोष्ठियों में बुवाई के बाद फसल सुरक्षा, फसल अवशेष प्रबंधन, विभागीय योजनाएं और जायद फसलों की रणनीति पर विशेष चर्चा करने के निर्देश दिए गए हैं।
जनप्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कृषि मंत्री ने कहा कि जिलाधिकारी या मुख्य विकास अधिकारी के स्तर से पत्र जारी कर व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित किया जाए। कृषि निदेशक डा. पंकज त्रिपाठी ने कहा कि कार्यक्रम 12 से 29 दिसंबर के बीच आयोजित होने हैं, इसलिए संख्या से ज्यादा कार्यक्रम की गुणवत्ता पर ध्यान दिया जाए। |