विराट रामायण मंदिर में स्थापित होने वाला शिवलिंग पहुंचा मध्य प्रदेश। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, पटना। महावीर मंदिर न्यास पटना द्वारा पूर्वी चंपारण में विराट रामायण मंदिर का निमार्ण किया जा रहा है। चकिया-केसरिया पथ में कैथवलिया में बन रहे विराट रामायण मंदिर में दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग स्थापित किया जाएगा।
सड़क मार्ग से शिवलिंग को महाबलीपुरम से 21 नवंबर को रवाना किया गया। जो तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश और महाराष्ट्र होते हुए मध्यप्रदेश पहुंचा है। शिवलिंग अबतक करीब 1635 किलोमीटर की यात्रा कर चुका है। चार जनवरी तक शिवलिंग विराट रामायण मंदिर तक पहुंच सकता है। यात्रा के दौरान भक्त शिवलिंग का स्वागत और पूजा-अर्चना कर रहे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
महावीर स्थान न्यास समिति के सचिव सायण कुणाल ने बताया कि मध्यप्रदेश के बाद शिवलिंग उत्तर प्रदेश में प्रवेश करेगा। बनारस व मोहनिया होते हुए शिवलिंग बिहार में प्रवेश करेगा। बिहार में आरा, छपरा, मसरख, मोहम्मदपुर, कजरिया, केसरिया होते हुए विराट रामायण मंदिर पहुंचेगा।
बिहार में 10 से 15 स्थानों पर शिवलिंग का स्वागत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शिवलिंग का निर्माण तमिलनाडु के महाबलीपुरम के पट्टीकाडु गांव में बीते दस साल से हो रहा था। 33 फीट का शिवलिंग एक ब्लैक ग्रेनाइट पत्थर है।
मंदिर 1080 फीट लंबा और 540 फीट चौड़ा होगा
मंदिर का आकार में 1080 फीट लंबा और 540 फीट चौड़ा होगा। इसमें कुल 18 शिखर और 22 मंदिर होंगे। मुख्य शिखर की ऊंचाई 270 फीट, चार शिखर की ऊंचाई 180 फीट, एक शिखर की ऊंचाई 135 फीट, आठ शिखर की ऊंचाई 108 फीट और एक शिखर की ऊंचाई 90 फीट होगी। विराट रामायण मंदिर में चार आश्रम होंगे। विराट रामायण मंदिर आचार्य किशोर कुणाल का ड्रीम प्रोजेक्ट है। |