जनवरी से टीवी की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
नई दिल्ली। अगर आप नया टेलीविजन खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए अहम है। जनवरी से टीवी की कीमतों में बढ़ोतरी (TV Price Hike) देखने को मिल सकती है। इसके पीछे दो बड़ी वजहें बताई जा रही हैं। पहला मेमोरी चिप की भारी कमी और दूसरा रुपये की कमजोरी है।
हाल के महीनों में रुपये का मूल्य पहली बार 90 रुपये प्रति डॉलर के स्तर के पार चला गया है। इससे इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग पर सीधा असर पड़ा है, क्योंकि भारत में बनने वाले एलईडी टीवी में केवल करीब 30 प्रतिशत मूल्य संवर्धन देश के भीतर होता है। टीवी के जरूरी पुर्जे जैसे ओपन सेल, सेमीकंडक्टर चिप और मदरबोर्ड अभी भी बड़े पैमाने पर आयात किए जाते हैं। ऐसे में रुपये की गिरावट सीधे लागत बढ़ा देती है, जिसका बोझ अंततः उपभोक्ताओं पर पड़ता है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मेमोरी चिप संकट ने बढ़ाई चिंता
टीवी की कीमतों पर असर डालने वाली दूसरी बड़ी वजह वैश्विक मेमोरी चिप संकट है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सर्वरों के लिए हाई-बैंडविड्थ मेमोरी (HBM) की मांग अचानक बहुत तेज हो गई है। इसके कारण दुनिया भर में मेमोरी चिप की आपूर्ति सीमित हो गई है और डीआरएएम व फ्लैश जैसी सभी तरह की मेमोरी की कीमतों में तेज उछाल देखा जा रहा है।
चिप बनाने वाली कंपनियां अब ज्यादा मुनाफा देने वाले AI चिप्स पर ध्यान दे रही हैं, जिससे टीवी जैसे पारंपरिक इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के लिए जरूरी चिप्स की उपलब्धता कम हो रही है।
कितनी बढ़ सकती हैं कीमतें?
उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि जनवरी से एलईडी टीवी की कीमतों में 3 से 4 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी संभव है। कुछ कंपनियों ने अपने डीलरों को पहले ही संभावित मूल्य वृद्धि की जानकारी दे दी है। वहीं, कुछ निर्माताओं का अनुमान इससे भी ज्यादा है और उनके मुताबिक कीमतें 7 से 10 प्रतिशत तक बढ़ सकती हैं, क्योंकि पिछले कुछ महीनों में मेमोरी चिप की लागत कई गुना बढ़ चुकी है।
थॉमसन, कोडक और ब्लाउपुंक्ट सहित कई वैश्विक ब्रांडों के लाइसेंस रखने वाली टीवी विनिर्माता कंपनी सुपर प्लास्ट्रोनिक्स प्राइवेट लिमिटेड (एसपीपीएल) ने कहा, \“\“पिछले तीन महीनों में मेमोरी चिप की कीमतों में 500 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।\“\“ एसपीपीएल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अवनीत सिंह मारवाह के अनुसार, मेमोरी चिप संकट और रुपये के अवमूल्यन के प्रभाव के कारण जनवरी से टेलीविजन की कीमतों में सात से 10 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है।
उपभोक्ताओं के लिए क्या सलाह?
अगर आप जल्द टीवी खरीदने का मन बना रहे हैं, तो दिसंबर के भीतर खरीदारी करना फायदे का सौदा हो सकता है। जनवरी से नई कीमतें लागू होने पर आपको उसी मॉडल के लिए ज्यादा भुगतान करना पड़ सकता है। इसके अलावा, बजट और जरूरत के हिसाब से विकल्पों की तुलना करना और ऑफर्स पर नजर रखना भी समझदारी होगी।
यह भी पढ़ें: थाईलैंड में ₹15000 में मनाएं शानदार न्यू ईयर पार्टी, इस विदेश की ट्रिप में आएगी मौज |