Meerut News : अपनी आंखों के सामने खून से लथपथ बेटी को देख रोती रही मां, सेना के वाहन से कुचलकर हुई छात्रा की मौत

LHC0088 2025-9-25 18:06:31 views 1235
  सेना के वाहन ने बीएड की छात्रा को कुचला, मौत





जागरण संवाददाता, मेरठ। माल रोड के पास स्थित सप्लाई डिपो के सामने सेना के वाहन ने स्कूटी सवार बीएड की छात्रा को कुचल दिया। वह सप्लाई डिपो में ड्यूटी कर रही मां को लेने के लिए गई थी। हादसे के बाद मां के शोर मचाने पर सेना के जवान पहुंचे और घायल छात्रा को जसवंत राय अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

मूलरूप से बुलंदशहर के थाना जहांगीराबाद गांव उदयपुर निवासी सुरेश चंद्र सेना में सिपाही थे। दिल्ली में तैनाती के दौरान हादसे में 12 साल पहले उनकी मौत हो गईं थी। उनकी पत्नी राजेश देवी को मृतक आश्रित कोटे में पति के स्थान पर सप्लाई डिपो में नौकरी मिल गई थी। राजेश अपनी जुड़वा बेटी प्रियंका और पिहू के साथ एमईएस क्वार्टर, क्वार्टर लाइंस थाना सिविल लाइंस में रहती हैं।



20 साल की प्रियंका आरजीपीजी कालेज से बीएड की पढ़ाई कर रही थीं। प्रियंका कभी-कभी अपनी मां को लेने सप्लाई डिपो आती थी। बुधवार दोपहर एक बजे भी प्रियंका मां को लेने स्कूटी पर आई थी। प्रियंका सप्लाई डिपो के गेट के सामने सड़क पर ही स्कूटी रोककर अपनी मां का इंतजार कर रही थी। मां सप्लाई डिपो के गेट से बाहर निकल रही थी।Aaj ka Panchang, 25 September ka Panchang , aaj ka Shubh Muhurat, today hindi panchang, shubh aur ashubh muhurat 25 September, panchang 2025, hindu tyohar panchang, hindi panchang 2025, aaj ka panchang , horoscope 2025, आज का पंचांग मुहूर्त, Aaj ka Panchang in hindi, aaj ka panchang in hindi 2025 today, aaj ki tithi , aaj ki tithi kya hai, aaj ka shubh muhurt, aaj ki tithi kya hai hai

लालकुर्ती थाना प्रभारी हरेंद्र जादौन ने बताया कि तभी अचानक तेजगति से सेना के वाहन ने प्रियंका की स्कूटी को पीछे से टक्कर मार दी। हादसा देख राजेश ने शोर मचा दिया। इसके बाद भी टक्कर मारने वाला वाहन नहीं रुका। तत्काल छात्रा को जसवंत राय अस्पताल ले जाया गया। डाक्टरों ने छात्रा को उपचार के दौरान मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है। घटना के बाद सेना के वाहन के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।



\“मौजूद होते हुए भी बेटी को नहीं बचा सकी\“

मां ने अपनी आंखों से पूरा घटनाक्रम देखा, उन्‍हें पछतावा है कि वह वहां मौजूद होते हुए भी अपनी बेटी को नहीं बचा सकीं। खून से लथपथ बेटी को देख मां खूब रोईं। उनका कहना था कि अच्छा होता कि आटो में बैठकर ही रोजाना की तरह घर पर चली जातीं। हादसे के बाद सेना के जवान महिला को उनके घर ले गए।
like (0)
LHC0088Forum Veteran

Post a reply

loginto write comments
LHC0088

He hasn't introduced himself yet.

410K

Threads

0

Posts

1310K

Credits

Forum Veteran

Credits
134387

Get jili slot free 100 online Gambling and more profitable chanced casino at www.deltin51.com, Of particular note is that we've prepared 100 free Lucky Slots games for new users, giving you the opportunity to experience the thrill of the slot machine world and feel a certain level of risk. Click on the content at the top of the forum to play these free slot games; they're simple and easy to learn, ensuring you can quickly get started and fully enjoy the fun. We also have a free roulette wheel with a value of 200 for inviting friends.